Unique Poem on Independence Day in Hindi : दोस्तों देशप्रेम एक ऐसा जूनून है जो भारत के हर नागरिक में भरपूर है। हमारे देश के सैनिक हर समय अपनी जान की बाजी लगाकर देश की सुरक्षा करते हैं। तब जाकर हम सभी लोग चैन की नींद सोते हैं आज हमें जो ये आज़ादी मिली है। इसके बदले कई सैनिको और क्रांतिकारियों ने अपनी जान गवाई है, अब हम उन्हें वापस तो नहीं ला सकते।
लेकिन स्वतंत्रता दिवस के शुभ अवसर पर आज की पोस्ट स्वतंत्रता दिवस पर कविता में हम इन देशप्रेमी कविताओं independence day poem in hindi, poem for independence day in hindi, patriotic poems hindi, small poem on independence day in hindi, आजादी की कविता, 15 august par kavita में माध्यम से उनके बलिदान को याद कर सकते हैं। और देशप्रेम व इसकी उन्नति में अपना सहयोग कर सकते हैं।
Poem on independence day in hindi
देशभक्ति तेरे रग रग में बहे
भारत वासियों का तू अभिमान है
कायम रहे तू अनंत काल
तेरी वीरता ही तेरी पहचान है
हर दिल की धड़कन है तू
तिरंगे की शान है
तेरी बहादुरी को देख कर
डरने लगा अब शमशान है
तू फौजी नहीं अंगार है
देश का रखवाला
देश की जान है!
तुझमें ही बसती देश की जान है
तू है भारत देश की तस्वीर
तेरे होने से ही
लहरा रहा है तिरंगा कश्मीर!
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Short poem on independence day in hindi
अमन की इस धरती पर
क्यों हो रही नफरत की आंधी
आजादी के 69 वर्ष बाद भी
पूछ रहे जिन्ना बड़ा या गांधी
एक ही ईश्वर है फिर भी
अनेकों मजहब बनाकर
दिखा रहे नकारात्मक स्वाभिमान
जब जब मर रहे थे बंदे रहीम के
खुद रो रहे थे श्री राम
शेरों का यह वतन 1 दिन
सोने की चिड़िया कहलाता था
पर विडंबना देखो साथियों
वही ज्ञानी लड़ रहे आज
जिनके दम पर भारत
विश्व गुरु कहलाता था
भारतवर्ष एक नाम नहीं
यह एकात्मता सोच है हमारा
क्योंकि दिलों से हमारे आवाज निकलती है
हिंदुस्तान हमारा हिंदुस्तान हमारा..!
Poem in hindi on independence day
देश को आजादी दिलाने के लिए
जिन जिन जवानों ने जान गवाई थी
उनमें ना कोई हिंदू ना कोई मुस्लिम,
सिख था ना उनकी पहचान ईसाई थी
भारत को आजाद करने का
सपना जिन आंखों में देखा था
उनके आगे अंग्रेजों ने
अपना माथा टेका था
आज भी खुद की सोच को
क्यों ना आजाद बना लें हम
राम के घर ईद मना ले और
रहीम के कर दिया जला लें हम..!
Patriotic poem on independence day in hindi
ए मेरे वतन
मेरी तस्वीर हो तुम
मेरी जमीर हो तुम
ऐ मेरे वतन
मेरी तकदीर हो तुम
विश्व के सभी देशों में
सबसे वीर हो तुम
तू जो अनोखा सा मिला है
हम फूल हैं
तू गुलिस्ता सा खिला है
मेरा अक्स है तू
तू ही मेरा बिछड़ा चमन
तुझसे ही तो गुरूर है
तू ही मेरा सच्चा अहम..!
Desh bhakti kavita
हम तिरंगे के दीवाने हैं
भारत माता की जय जयकार करते हैं
जिसने भारत को आजाद करवाया
उन वीरों को शत शत प्रणाम करते हैं
हम तिरंगे के दीवाने हैं
तिरंगे की शान के परवाने हैं
तिरंगा हमारा अभिमान है
देश के युवाओं की शान है
हम देश के दीवाने हैं
हमें हमारा देश पसंद है
रंग परत कागज बजा
करके मुनादी जाऊंगा
बन भगत, बिस्मिल
मैं ही आजादी लाऊंगा
तमन्ना दिल में
सरफरोशी की लेकर जाएंगे
दुश्मन के इलाके में
तिरंगा गाड़कर आएंगे
खुद रहे या ना रहे
देश को बचाने की कसम
अंतिम सांस तक निभाएंगे!
हम देश के दीवाने हैं
देश के परवाने हैं..!
Poem on independence day in hindi language
मेरा वतन मेरी पहचान
यही मेरी मिल्कियत यही मेरी जान
जिस पर कर दे लाखों जा कुर्बान
ना जाने कितनी चूड़ियां टूटी
कितने कफन जले
ना मानी किसी ने हार ताकि
बनी रहे हमारे भारत की शान
सारे जग से निराली है
इसकी हरियाली
सोने की चिड़िया
कहलाने वाली
यही मेरा जान यही मेरा सम्मान
इसी से मेरा गौरव यही मेरा अभिमान..!
Patriotic poem in hindi
नन्हे से जोश में बीते जो
दिन याद हमेशा आएंगे
कभी नादानी से कहते थे
पैसे दो हम भी तिरंगा लहराएंगे!
बेशकीमती रंगों को भी
कीमत पर था सौंप दिया
आजादी की सुबह को
हमने था हर साल जिया
देश प्रेम का पता कहां था
बस दिन की शुरुआत अलग थी
आवाज की बुलंदियों पर
राष्ट्रगान की बात अलग थी..!
Poem on desh bhakti in hindi
मेरे कफन का रंग तिरंगा है
वर्दी का मुझ पर पहरा है
मेरी रूह सदा तेरी खिदमत में
मेरा जिस्म ही तुझ में ठहरा है
है कैसा नशा इस मिट्टी का
हर वीर यही करना चाहे
हर बार यहां जीना चाहे
हर बार यहां मरना चाहे
यह धरती हिंदुस्तान की है
सरहद उसका सीना है
अगर एक कदम तेरा बढ़ जाए
तो मुश्किल तेरा जीना है
ए वतन तु मेरी हीर रहे
हे वतन तू मेरी लैला है
यह देश भारत है
यहां लगता खुशियों का मेला है..!
Poetry on patriotism in hindi
आज फिर वही दिन है आया
जब भारत को मुक्त कराया था
भारत के हर वीर ने
अपना लोहा मनवाया था
अनगिनत वीरों की कुर्बानी
ढल गई योद्धाओं की जवानी
यह उस आजादी की कीमत थी
आजाद रहे जय हिंद सदा
भगवान से हम फरियाद करें
है हम पर ऋण जिन वीरों का
आओ हम उनको याद करें
जो दबी पड़ी है वीर कथाएं
भारत के संघर्ष पुराण में
सन 47 के पन्नों से
आज उनको भी आजाद करें
कुर्बान हुए जो वीर भारत पर
आओ फिर से उनको हम याद करें!
Best poem on independence day in hindi
स्वतंत्रता दिवस का दिन आया
संग अपने वीरों की याद को लाया
सोने की चिड़िया कैद कर
अंग्रेजों ने था जब सितम ढाया
याद कर उस पल को
फिर से आंखों में पानी आया
कैद कर डाला पिंजरे में डालकर
सारे पंख को उसने तोड़ डाला
टूट गए पंख पर
हिम्मत को वह तोड़ ना पाया
देख कर यह सब फिर
वीरों ने क्रांति को छेड़ डाला
अंग्रेजों को अपनी पवित्र भूमि से
दूर-दूर तक खदेड़ डाला..!
Poems on 15th august in hindi
मेरे प्यारे भारत
तुझे मेरा सलाम है
मेरा यह पैगाम
बस तेरे ही नाम है
ऊंचा रखेंगे तेरा मान
बनाए रखेंगे तेरी शान
धूल बने या राख बने यह बदन
दिल में हमेशा रहेगा अपना वतन
हमारी जान हमारी शान
मोहब्बत है हमारी हिंदुस्तान
हां मेरी दुनिया
मेरी जन्नत है हिंदुस्तान..!
Small poem on independence day in hindi
वक़्त हुआ विछोह का प्रीतम
अब तुम मुझको जाने दो
भारत माता की सेवा मे
मुझको जान गवाने दो
गूँज रही शहनाई रण मे
मुझको बिगुल बजाने दो
कांप उठे दुश्मन भी जिससे
रनचंडी बन जाने दो
जनम जनम के साथी है हम
इक बार ये साथ निभा जाओ
मेरी प्रीत के ही खातिर बस
देह दूरियां सह जाओ
सुहाग और सिंदूर से आगे
कर्म का पलड़ा भारी है
दोनों फर्ज निभाऊंगी मैं
पर पहले कर्म की बारी है
तिरंगे की इस आन को कभी
मिट्टी में ना मिलने दूंगी
मिट्टी हो जाये देह मेरा
पर इस शीश को ना झुकने दूंगी
वादा रहा वादा रे साथी
दुल्हन तेरी ये आएगी
लहू में रंगकर दुश्मन को
अभिमान तेरा बन जायेगी..!
Final words poem on independence day in hindi
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